06-11-18

06-11-18 प्रात:मुरली ओम् शान्ति ”अव्यक्त-बापदादा” रिवाइज: 24-02-84 मधुबन “मीठे बच्चे – बाप के गले का हार बनने के लिए ज्ञान-योग की रेस करो, तुम्हारा फ़र्ज है सारी दुनिया को बाप का परिचय देना” प्रश्नः- किस मस्ती में सदा रहो तो बीमारी भी ठीक होती जायेगी? उत्तर:- ज्ञान और योग की मस्ती में रहो, इस पुराने … Continue reading 06-11-18